हिन्दी विभाग

हिन्दी विभाग का उद्देश्य विद्यार्थियों में हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रति गहरी रुचि, संवेदनशीलता तथा अभिव्यक्ति कौशल का विकास करना है। विभाग के अंतर्गत भाषा, साहित्य, व्याकरण, आलोचना और रचनात्मक लेखन के विविध पहलुओं का अध्ययन एवं विश्लेषण कराया जाता है। विभाग विद्यार्थियों को वाद-विवाद, कविता पाठ, निबंध लेखन, नाट्य मंचन और साहित्यिक प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करता है, जिससे उनकी भाषाई दक्षता, आत्मविश्वास और सृजनात्मक सोच में वृद्धि होती है। हिन्दी विभाग न केवल भाषा शिक्षण का केंद्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपरा, और नैतिक मूल्यों के संरक्षण तथा प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

  • हिन्दी भाषा में पठन, लेखन, वाचन एवं अभिव्यक्ति कौशल का विकास
  • हिन्दी साहित्य, रचनात्मक लेखन एवं आलोचनात्मक चिन्तन को प्रोत्साहन
  • वाद–विवाद, निबंध लेखन एवं साहित्यिक गतिविधियों में सहभागिता
  • अनुसंधान दृष्टि, भाषाई संवेदनशीलता एवं सांस्कृतिक समझ का संवर्धन
  • कार्यशालाओं, सेमिनारों एवं प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को अवसर प्रदान करना

  • साउथ वेस्ट कमांड हिन्दी वाद–विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त
  • वर्ष 2025 की राष्ट्रीय हिन्दी वाद–विवाद प्रतियोगिता में विजेता
  • हिन्दी वाद–विवाद में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु ₹30,000 की नकद राशि प्राप्त
  • अंतरराष्ट्रीय हिन्दी ओलम्पियाड में सहभागिता तथा स्वर्ण एवं रजत पदक प्राप्त

  • पठन, लेखन एवं साहित्यिक चर्चा को प्रोत्साहित करने हेतु हिन्दी साहित्य क्लब
  • अंतर–विद्यालय एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं हेतु वाद–विवाद एवं वक्तृत्व प्रशिक्षण सत्र
  • कविता, कहानी एवं निबंध लेखन के लिए रचनात्मक लेखन कार्यशालाएँ
  • हिन्दी दिवस का आयोजन, काव्य–पाठ, कहानी–वाचन एवं पठन सत्र
  • भाषा आधारित ओलम्पियाड, क्विज़ एवं सांस्कृतिक आयोजनों में सहभागिता
  • विद्यार्थियों द्वारा न्यूज़लेटर / बुलेटिन का संचालन, ताकि स्वतंत्र अभिव्यक्ति एवं प्रकाशन कौशल का विकास हो सके

  • अधिक विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के वाद–विवाद एवं साहित्यिक प्रतियोगिताओं में सहभागिता हेतु प्रेरित करना
  • रचनात्मक लेखन, अनुवाद एवं पत्रकारिता से जुड़े विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना
  • डिजिटल संसाधनों, ई–लर्निंग एवं तकनीक आधारित भाषा अधिगम को और अधिक सशक्त बनाना
  • हिन्दी साहित्य और भाषा के विभिन्न क्षेत्रों पर आधारित शोध परियोजनाएँ विकसित करना
  • साहित्यिक व्यक्तित्वों को आमंत्रित कर Guest Lecture Series का विस्तार
  • विद्यार्थियों के लिए हिन्दी में वार्षिक साहित्यिक पत्रिका प्रकाशित करना